तू तारिणी तू तारिणी
तू तारिणी तू तारिणी – हिंदी कविता – तुमने तो मुझे मेरे जीवन की सबसे खूबसूरत संध्या में से एक दी है जिसमें अपने दर्शन दिए।
तू तारिणी तू तारिणी – हिंदी कविता – तुमने तो मुझे मेरे जीवन की सबसे खूबसूरत संध्या में से एक दी है जिसमें अपने दर्शन दिए।
आशिक़ी से resign – हिंदी कविता – अब तो वैलेंटाइन का हफ्ता भी निकल गया और हम रह गए सुखझंडु के सुखझंडु, इसलिए कर रहे हैं आशिक़ी से Resign
जन्मदिन मुबारक पापा – पापा का जन्मदिन है और ज्यादा कुछ तो नहीं बस ये शब्द समेट पाया हूँ. Happy Birthday Papa.
बचपन का घर – ये न ही कविता है न ही गद्य, पर कुछ है, जिसमें मैं अपने बचपन को तलाशता हुआ अपने बचपन के घर जाता हूँ
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