Tagged: Hindi Poem

2

तू तारिणी तू तारिणी

तू तारिणी तू तारिणी – हिंदी कविता – तुमने तो मुझे मेरे जीवन की सबसे खूबसूरत संध्या में से एक दी है जिसमें अपने दर्शन दिए।

8

आशिक़ी से Resign

आशिक़ी से resign – हिंदी कविता – अब तो वैलेंटाइन का हफ्ता भी निकल गया और हम रह गए सुखझंडु के सुखझंडु, इसलिए कर रहे हैं आशिक़ी से Resign

14

बचपन का घर

बचपन का घर – ये न ही कविता है न ही गद्य, पर कुछ है, जिसमें मैं अपने बचपन को तलाशता हुआ अपने बचपन के घर जाता हूँ