मैंने तो बस | हिंदी कविता

मैंने तो बस – हिंदी कविता – मानस ‘समीर’ मुकुल – सबके पल गिने चुने हैं, सबके दिन गिने चुने हैं, तुमने कितने दिन चुने हैं?