जन्मदिन मुबारक पापा
जन्मदिन मुबारक पापा

उसे पता था की आप कितना प्यार बांटोगे
इसलिए शायद प्यार के महीने में आपका जन्म हुआ
चलिए अब एक पारी ख़त्म हुई
पर यूँ बीच में छोड़ जाने के फ़रेब का क्या
और
उस एक पारी की वफ़ादारी का क्या
अब वो दो सलामी बल्लेबाज़ों की जोड़ी फिर ना खेलेगी
वो तालियों भरी महफ़िल फिर ना सजेगी
उन अनगिनत अधूरी साझेदारियों का क्या…
शायद अब वक़्त आ गया है
वो वक़्त जो कोई नहीं समझेगा
सिर्फ़ आप समझेंगे
जब आपके कंधे पर बैठ
मूसलाधार बारिश में
साइकिल पर चक्कर लगाया जाये
अब गला सूख रहा है
और आंखें नम हैं
बड़ा कठिन है ये बताये बिना चले गए
पापा ये दुनिया वाले कह रहे थे
जैसे जैसे समय बीतता जायेगा
दर्द कम हो जायेगा
सब धुंधला हो जायेगा
इनमे से किसी को नहीं पता
की हमारा सच क्या था
क्या है
सब वैसे ही चलता जायेगा
उतना ही याद रहेगा
उतना ही हरा
जैसे मानो कल की ही बात हो
आपके कन्धों पर बैठ
दुनिया की सैर लगाना
सैर करके जब थक जाऊँ
तो एक बार और सुला लीजिये
उसी सीने पे
बस एक बार
की सो सकूँ
आप तो २२ गज की दुरी से भी
समझ लेते थे दिल का हाल
यहाँ तो अब कोई भी
आँखों में आँखें दाल भी
कुछ ना समझता
एक बार फिर मेरा कोच बन
मुझे खेलना सिखाइये ना
एक बार फिर मेरी ऊँगली पकड़
कैसे चलना है सिखाइये ना
वो जिस कार से आप आते थे
वो आज भी घर के बाहर खड़ी है
सिर्फ़ इस आस में
की शायद इस बार जब घर जाऊँगा
तो आप मिलोगे,
मुझे पता है
आप हो
और ऐसे ही मिलते रहोगे
जब तक हम दुबारा मिल
अगली पारी ना शुरू करें
बाकी तो समाज की रूढ़ियों ने
हम सब से फ़रेब कर रखा है
की बाप बेटे से
और बेटा बाप से
प्यार साझा नहीं कर सकता
अगली पारी में ध्यान रखियेगा
इनका भी कुछ करना है
बिना कहे कुछ गले आप ज्यादा लगा लीजियेगा
बिना नाटक किये कुछ मैं आपके सीने पे सो जाया करूँगा
ये भूत भविष्य और वर्तमान का गणित
मैं समझ नहीं पाता
मेरे लिए तो आप मेरा वर्तमान हमेशा रहेंगे
जब तक मुकुल है तब तक मानस रहेगा
अब तो लगता है ये स्याही ख़त्म हो जाएगी
ये शब्द ख़त्म हो जायेंगे
पर ये अंदर उफनते भाव
ये कभी ना ख़त्म होंगे…
जन्मदिन मुबारक पापा

मानस ‘समीर’ मुकुल
इसी कविता की शृँखला में पिछली कविता – दो सलामी बल्लेबाज़ – यहाँ पढ़ें
A previous post from his birthday – Read here – Happy birthday Papa
You have left me speechless. Unfortunately, I can relate to your words and can imagine what you must be going through. Wishing him the happiest birthday ever. Your words, voice and photos mixed with the emotions couldn’t have come out any better. Stay well and take good care of yourself.
Thanks for reading and commenting. Means a lot 🙏🏽🙏🏽🙏🏽
Birthdays are always difficult, Manas. Because they were always happy days. Completely agree with you. Time does not heal, it just teaches you to live with grief. Six years… Birthday wishes for your father and wishing you peace too.
Thank you so much for taking out time and reading this Ritu ji. Means a lot. At times I feel time itself is learning… 🙏🏽🙏🏽🙏🏽